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Walking is a necessity for pahadi people because they can’t get along without walking. Snowfall, landslides, glaciers, avalanche, and global warming is their reality. For city dwellers, walking has become a necessity to keep a check on their physical, mental, sexual, and spiritual issues. For pahadi people, walking is a necessity because there is no [...]
शिमला में काफ़ी सालों के बाद इतनी जबरदस्त बर्फ़बारी हुई | गिरती हुई बर्फ सबको पसंद होती है और जमी हुई बर्फ किसी को भी नहीं क्यूंकी उसमें आदमी, गाड़ी, जानवर सब फिसलते हैं| अभी मेरे सामने ही कई लोग फिसले, किसी की गाड़ी टूटी तो किसी की टाँग| नये बने हुए बस अड्डे के पास [...]
Himalayan Rides \ Incredible Himachal \ Royal Enfield Diaries \ TravelTales(यात्रा)
कमरुनाग झील [Read Trek to Kamrunag Temple]हिमाचल में २७०० मीटर की ऊंचाई पे स्थित है और यहाँ देव कमरू का एक मंदिर है, जिसे महाभारत की कथा में रत्न्यक्ष के नाम से जाना गया है | मंदिर में आने वाले श्रद्धालु सिर्फ झील में ही चढ़ावा चढाते हैं, पैसा, रूपया, चांदी, और यहाँ तक की सोना [...]
Himalayan Rides \ Incredible Himachal \ Royal Enfield Diaries
भारत के लगभग हर छोटे बड़े शहर में किला होगा, हिमाचल में जहाँ जहाँ मैं घूमा हूँ, वहां सब जगह मैंने किले देखे हैं, कुछ धूल खाते हुए तो कुछ नयी चमक के साथ घुमक्कड़ों को आकर्षित करते हुए | राजा रहता सिर्फ कुछ चुनिन्दा किलों में था, और बाकी उसके सरहदी किले होते थे| हमले [...]
Incredible Himachal \ TravelTales(यात्रा)
मिनिबस खड़ी थी सड़क के बीचों बीच, सवारियों के इन्तेजार में | ये मिनिबस का भी एक जूनियर वर्ज़न था, ट्रेडिशनल पीला रंग, गाडी के पीछे “हनी-बनी-ते-मनी दी मोटर” लिखा हुआ था काले रंग में, और बस के आगे लिखा था “दिलजले” | बस का रूट देखा तो बस वहीँ जा रही थी जहाँ मुझे जाना [...]
Incredible Himachal \ Incredible India \ Royal Enfield Diaries \ TravelTales(यात्रा)
बचपन में ध्रुव, डोगा, और नागराज की कॉमिक्स पढ़ा करता था [आज भी पढता हूँ], और मेरी हरकतें भी उनकी तरह ही हो जाया करतीं थीं [आज भी हैं] , गाड़ियों के नंबर, माईल-स्टोंस, बसों के रूट सब एकदम से याद हो जाया करते थे| बस ऐसे ही तीन रूट मेरे दिलो दिमाग पे छाए [...]
कहाँ जाएगा भईये? , एक तंग पुल पे बस रुकी तो कंडक्टर भाई ने सड़क किनारे बैठे मजदूरों के झुण्ड से एकदम अकड़ते हुए हिटलर स्टाइल में पूछा |साहब हमीरपुर जाऊँगा , सड़क पे खड़े “इन्सान” ने कहा, सामान है काफी और बच्चे भी हैं, ले चलोगे? उस इन्सान ने अपने बीवी, बच्चों, भाई-बेहेन, और रिश्तेदारों की [...]
तुम किचन में क्यूँ खड़े थे? कुछ तो ख्याल करो , मर्द हो, मर्दों को ये सब शोभा नहीं देता | माँ चाय ही तो बनायीं मैंने, इसमें बुराई क्या है? तो चाय तुम्हारी बीवी नहीं बना सकती थी? वो थकी हुई थी माँ , आपको भी पता है ऑफिस में थी वो सुबह से, [...]
अड्यार (चेन्नई) से मनाली २६८० किलोमीटर दूर है, और बड़े से बड़ा घुमक्कड़ भी ऐसी यात्रा करने से पहले कई बार सोचेगा की मोटर-साईकिल ले के जाऊं, या दिल्ली/चंडीगढ़ तक जहाज ले लूँ, और वहां से आगे मोटर-साईकिल| लेकिन सड़कों पे चलते बड़े बड़े ट्रक इस यात्रा को बड़ी आसानी से पूरा कर लेते हैं [...]
ये बच्चे भी न, कुछ भी करते रहते हैं, बच्ची की माँ ने कहा|उस छोटी सी बच्ची का बाप फोन पे बिज़ी था, असिस्टेंट डायरेक्टर था एडुकेशन डिपार्टमेंट में, छोटी उम्र में डायरेक्टर बन गया था पर वही “छोटी उम्र” शादी के लिए बहुत ज्यादा हो गयी थी | इसीलिए अपनी खुद की बच्ची का [...]