Comments on: मेरी पाकिस्तान यात्रा [2012]
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/
Travel Tales|Conversations|Stories|LifestyleTue, 02 Oct 2018 08:01:49 +0000hourly1https://wordpress.org/?v=4.9.8By: Nitin Sharma
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-75696
Mon, 13 Aug 2018 04:15:16 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-75696kaffi acha laga bhai apne padosi desh ko kreeb se dekh kar
]]>By: Avdhesh Pandit
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-75268
Tue, 24 Jul 2018 19:49:52 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-75268खर्चा कितना आया था भाइजी ? बिना वजेह का वीज़ा भी लग सक्ता है??
]]>By: Chandra shekhar Shrivas
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-74675
Mon, 18 Jun 2018 07:47:51 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-74675बहुत अच्छा पर थोड़ा लंबा घूमना था
]]>By: Chandra shekhar Shrivas
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-74674
Mon, 18 Jun 2018 07:46:50 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-74674बहुत ही अच्छा वृतांत सरजी थोड़ा ज्यादा होना था पर
]]>By: ATUL Kumar Rai
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-73256
Sat, 28 Apr 2018 20:12:18 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-73256]]>वाह.आनंद आ गया। लगा कि आपके साथ हम भी पाकिस्तान घूम लिए.. कई बार ये भी एहसास हुआ कि इसे जरा और लम्बा चलना चाहिए था 😊
]]>By: Mukesh Kumar Pandey
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-71314
Thu, 08 Mar 2018 08:29:04 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-71314बहुत ही रोचक पाकिस्तान यात्रा लिखी । हालांकि लिखना जितना आसान है, उतना जाना-आना नही रहा होगा ।
]]>By: रोहित
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-71312
Thu, 08 Mar 2018 07:49:01 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-71312पाकिस्तान जाना तो ऐसा हो गया है जैसे न्यूक्लियर बम फिस्फोट से बच निकलना। आपके घुटने के पीछे कहीं…मैं ऐसा कह नहीं रह हूँ सिर्फ सोच रहा हूँ। वैसे हो भी सकता है। पढ़ने में तो टिनटिन के एडवेंचर से कम नहीं है बाकि आप जानते होंगे कि गाड़ी का हॉर्न भी वहां कोमा में ले जाने की हैसियत रखता है।
]]>By: Rohit
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-71309
Thu, 08 Mar 2018 07:12:10 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-71309]]>आपकी यात्रा की तरह ही आपके शब्दों का प्रयोग भी जबर्दस्त है. Keep it up 👍
]]>By: अनुराग जगधारी
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-71308
Thu, 08 Mar 2018 07:07:33 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-71308मज़ा आया … वैसे वहां के बाज़ारों, खानों, औरतों आदि के बारे में आपकी कलम से लिखे को पढ़ने में मज़ा आता। वह भी अब लिख ही मारो, और अब रुकना नहीं।
]]>By: Manoj
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-71304
Thu, 08 Mar 2018 06:33:33 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-71304Hahahaha… अगर ये किसी पाकिस्तानी ने पढ़ा तो अगली बार वीसा नही मिलेगा सरजी, हाई कमीशन दफ्तर से ले कर पिंडी बॉयज तक कि उतार दी,, वैसे बहुत ही अच्छा यात्रा वृतांत है।
]]>By: अनिल दीक्षित
https://tarungoel.in/2018/03/08/journey-to-pakistan/comment-page-1/#comment-71300
Thu, 08 Mar 2018 05:54:35 +0000https://tarungoel.in/?p=5974#comment-71300]]>वाह सर…मजा आ गया पढ़ कर। एक निवेदन है कि नीरज जाट भाई को कभी पाकिस्तान की रेल मे बैठने की जुगाड़ लगवाओ…इस बंदे ने कोहराम मचा रखा है कभी ये रेल कभी वो रेल…😁😁
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